
काफी एंटी वायरस सोफ्टवेयर के होने के बावज़ूद भी वायरस हार्ड डिस्क में पहुँच गया जिसके कारण आप सभी लोगों से सम्पर्क लगभग टूट ही गया आज़ काफी समय बाद कुछ पोस्ट कर पा रही हूँ प्रगीत का लिखा हुआ..
प्रगीत की कलम से...
दर्द के गाँव में भटका हुआ मुसाफिर हूँ
ढूँढ रहा हूँ खुशी का घर
सुना है आँसुओं का सैलाब आया था इस गाँव में
शायद बहा ले गया वो खुशी के घर को भी।
प्रगीत कुँअर