6 सितंबर 2010

अपनी जन्मस्थली को बहुत मिस कर रही हूँ ...

आपको शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ...

आज शिक्षक दिवस पर मैं अपने सभी शिक्षकों को तहे दिल से याद करते हुए शत-शत नमन करती हूँ, जिनके कारण आज़ मैं इस मुकाम तक पहुँची हूँ, आज मैं भी एक शिक्षक हूँ मुझे भी मेरे छात्र बहुत प्यारे हैं, हाल ही में मेरी एक छात्रा Great Barrier reef की यात्रा पर गई थी, १५ दिन पानी के जहाज का आंनद उठाते हुए उसने जो भी महसूस किया सब मुझे बताया और तोहफे के रूप में आज मुझे उसके खुद के खींचे फोटो मुझे भेंट स्वरूप दिए, जिसे मैं आप सबके साथ बाँटना चाहूँगी, वैसे हजारों फोटो आपको गूगल पर मिल जायेंगे पर उनमें मेरी छात्रा का मेरी प्रति स्नेह, सम्मान तो नहीं छलकेगा, जो मेरे लिए अमूल्य निधि है। मैं अपनी भावनाएँ आप तक पहुँचा पाई या नहीं ये तो मालूम नहीं, किन्तु मुझे आप सब अपने बहुत करीब लगे , आज के दिन में अपनी जन्मस्थली को बहुत मिस कर रही हूँ क्योंकि मेरे सारे शिक्षक भी तो वहीं हैं।





























































भावना

11 टिप्‍पणियां:

Anjana Dayal de Prewitt (Gudia) ने कहा…

Wonderful pictures! Thanks for sharing :-)

राणा प्रताप सिंह (Rana Pratap Singh) ने कहा…

बहुत सुन्दर चित्र हैं|
ब्रह्माण्ड

Sunil Kumar ने कहा…

गुरु के प्रति छात्र का यह सम्मान आज के समय में अच्छा लगा भगवान करे यह आगे भी बना रहे बहुत सुन्दर चित्र हैं|

kshama ने कहा…

Chitr to bahut sundar hain!
Kal kitne barson baad pahla shikshak diwas tha,jis din mai chahke bhi apne kisi shikshak se sampark nahi kar saki...badi udasi chha rahi hai manme.

Shabad shabad ने कहा…

बहुत ही सुन्दर चित्र....
सुन्दरता और बढ़ गई जब यह एक तोहफ़ा बनकर आपको मिले ।
छात्रों का प्यार यूँ ही बना रहे !

VIJAY KUMAR VERMA ने कहा…

सुन्दर चित्र
बहुत अच्छा लगा

राजभाषा हिंदी ने कहा…

बहुत सुंदर प्रस्तुति।

हिन्दी का प्रचार राष्ट्रीयता का प्रचार है।

हिंदी और अर्थव्यवस्था, राजभाषा हिन्दी पर, पधारें

सहज साहित्य ने कहा…

भावना जी शिक्षक दिवस पर यह अनमोल तोहफ़ा है । आप भी उस छात्रा के लिए विशिष्ट हैं;क्योंकि आप जैसे सुयोग्य एवं समर्पित शिक्षक कितनों को मिल पाते हैँ । कोटिश: शुभकामनाएँ

SATYA ने कहा…

सुन्दर चित्र।

यहाँ भी पधारें :-
No Right Click

पूनम श्रीवास्तव ने कहा…

भावना जी, जन्मस्थली की याद तो हमेशा आती है---और आयेगी भी क्योंकि यहीं से आपकी जड़ें हैं---आपकी छात्रा द्वारा बहुत सुन्दर तस्वीरें खींची गयी हैं। उसे हार्दिक शुभकामनायें। ----पूनम

VIJAY KUMAR VERMA ने कहा…

ek teacher ke liye uske studenat ka pyar tatha sneh ,shradha sabse mulyawan cheej hote hai..jo aapko mil raha hai badhayi...