15 मई 2011

"खुशी के फूल"





उदंती पत्रिका के जनवरी 2010 अंक में "खुशी के फूल" नाम से मेरे २० हाइकु आए हैं जो मेरे लिए बहुत खुशी की बात है,इस पत्रिका में हाइकु का प्रकाशन इसी अंक से शुरू किया गया है । ये सब मेरे पाठको,सहयोगियों के कारण ही संभव हुआ है आप सबका स्नेह यूँ बना रहे यही मेरी ईश्वर से कामना है...


























Bhawna

5 टिप्‍पणियां:

सहज साहित्य ने कहा…

आपके बीसों हाइकु एक से बढ़कर एक हैं । यह और भी खुशी की बात है कि उदन्ती ने आपके हाइकुओं से यह शुरुआत की है । ऐसी ही शुरुआत वस्त्र-परिधान ने भी आपके हाइकुओं से की है । विश्व स्तर पर हाइकु को गरिमामय स्थान दिलाने में आपकी महती भूमिका सदा स्वीकार की जाएगी ।

अशोक कुमार शुक्ला ने कहा…

आपके लिखे हाइकु पढ़कर अच्छा लगा डा० अशोक कुमार शुक्ला लखनऊ

बेनामी ने कहा…

आपके लिखे हाइकु पढ़कर अच्छा लगा डा० अशोक कुमार शुक्ला लखनऊ

अशोक कुमार शुक्ला ने कहा…

आपके लिखे हाइकु पढ़कर अच्छा लगा डा० अशोक कुमार शुक्ला लखनऊ

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत अच्छा लगा २० हाईकु पढ़कर...उदंती में प्रकाशित होने की बधाई.