13 जनवरी 2014

सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ ...

साहित्य अकादमी की पत्रिका हरिगन्धा मासिक अक्तुबर –नवम्बर 2013 में मेरे कुछ हाइकु प्रकाशित...











































Bhawna

5 टिप्‍पणियां:

सहज साहित्य ने कहा…

साहित्य अकादमी की पत्रिका में हाइकु छपने का विशेष महत्त्व है । आपके सभी हाइकु बहुत प्रभावी हैं। अप्रतिम , सादर इण्डिया , उदन्ती , गर्भनाल और लोक गंगा में हाइकु की शुरुआत आपने ही की थी , यह तथ्य भी बहुत महत्त्वपूर्ण है। हार्दिक बधाई भावना जी ।- रामेश्वर काम्बोज

Dr.Bhawna Kunwar ने कहा…

ये सब सम्भव हो पाता है आप सभी के अपनेपन के कारण आपका हार्दिक आभार ये अपनापन सदा यूँ ही कायम रहे इस दुआ के साथ...

दिगम्बर नासवा ने कहा…

बधाई इस प्रकाशन पे ...

Udan Tashtari ने कहा…

bahut badhai...

dr manoj singh ने कहा…

mai to kahunga zara sabnami bundon k ghar hon aayen.rasten ke gardo gubbar se bhi halchal puchh len.bikhre pattharon ki zadui chamak apne reshmi palkon pe uthakar ghar le chalen.tab chand ayega parikatha liye aur aap bhul jayengi safar ke pestar aur bad kee baten .aur yaden laut bhi aayee to bitha dijiyaga chinar ke chhavn tale pokhar ka meetha pani bhi to dikhega use hai na bhawna ji?lijiye ye sabdon kee zadugari me kuchh bhul gaya bahut badhai.happy;;;;;;;;;;;;;;;;;;;