9 अगस्त 2007

मरचीज़न फॉल नेशनल पार्क की यात्रा

एक यात्रा जो हमेशा दिलों में ताजा रहेगी !
यात्रा मरचीज़न फॉल की:
पहला अंक
दूसरा अंक
तीसरा अंक
चौथा अंक
पाँचवा और अन्तिम अंक

साभार तरकश

6 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

यह अच्छा संयोजन किया.सारी कड़ियाँ एक जगह उपलब्ध हो गईं. पाठकों को सुविधा होगी. साधुवाद एवं आभार.

राकेश खंडेलवाल ने कहा…

हर पड़ाव पर एक नयापन, और नई अनुभूति मिली है
जीवन एक यात्रा लम्बी, नये नीड़ हैं नई आस है
नूतन नित्य कामनाओं से सजे हुए संकल्प सँजो कर
बिखराई शब्दों में भर कर तुमने यह मोहक सुवास है

Rajeev (राजीव) ने कहा…

भावना जी, आपकी अफ्रीकन यात्रा वृत्तांत्त श्रृंखला के सभी लेख पढ़े। बहुत आनन्द आया - या कि यूं कहें कि रोमांच के ख़तरों की संभावना से रहित, उसके आनन्द का फ़ायदा मिला। विशेष रूप से तम्बू में बिताये गये क्षणों का जीवन्त वर्णन। हम तो यह ही आशा करेंगे कि अगली यात्रा का मुहूर्त शीघ्र निकले और पुन: रोचक और रोमांचकारी वर्णन पढ़ने का आनन्द प्राप्त हो।

Dr.Bhawna Kunwar ने कहा…

समीर जी धन्यवाद।

Dr.Bhawna Kunwar ने कहा…

राकेश जी इतनी सुंदर टिप्पणी देने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।

Dr.Bhawna Kunwar ने कहा…

राजीव जी आपने सभी लेख पढ़े जानकर प्रसन्नता हुई। वास्तव में ये यात्रा बहुत रोमांचक थी जो हमारी जिंदगी का भी ना भूलने वाला हिस्सा बन गयी है। आपने इतना सराहा उसका बहुत-बहुत शुक्रिया। स्नेह बनाये रखियेगा।