आज ९ अगस्त २००७ को मेरे ब्लॉग ने अपनी आधी ज़िन्दगी जी ली है । इसी खुशी में आप सब के लिए मेरी ओर से समथिंग स्पेशल ।
सबकी सेहत को ध्यान में रखते हुए केक का जो इरादा मन में आया था उसको टाल दिया! किन्तु समीर जी कि फरमाईश पर, लीजिये हाजिर है डिलिशियस केक भी ... स्वाद बनाइये और स्वस्थ रहिए...
19 टिप्पणियां:
शतक भी पूरा करे शब्द का सफ़र
हम तो समझे हॉफ सेन्चुरी पर केक वगैरह कटेगा, दावत दी जायेगी. यहाँ तो फल और सब्जियाँ खिलाई जा रही हैं.
कोई बात नहीं, आजकल सभी डॉक्टर यही सब खाने को कह रहे हैं.
बहुत बहुत बधाई.ऐसी कई हॉफ सेन्चुरियाँ लगे, इस हेतु शुभकामनायें.
बहुत आभार. एक से एक केक परोस दिये हैं. मजा आया. :)
शतक पूरा हो। शुभकामनायें।
बधाई ।
“आरंभ” संजीव का हिन्दी चिट्ठा
अर्ध शतक की बधाई !!
बधाई
बात बनेगी नहीं देख कर तस्वीरों में आधी बातें
आप बना कर दावत रखिये हम आकर खाने वाले हैं
अर्ध-शतक पहली सीढ़ी है,चढ़ने हईम सोपान बहुत से
लिखें निरन्तर आप , देखिये हम सब ही पढ़ने वाले हैं
भई बहुत बधाई हो. आप भी शतक वीर हों गई.
और भला हो लालाजी का, उनके कहे पर ही सही , एक केक का छोटा सा टुकडा मुझ गरीब के हिस्से भी आ गया. :)
खैर हम तो यही चाहेंगे कि आप ऐसी ही केक कम से कम 15 -20 बार और खिलाएँ , शायद तब भी पेट ना भरें.
अब अगर मेरी तारीफें सुनकर आपका मन कुलाचें भरने लग गया हो तो एक बडा सा टुकडा धीरे से खिसका दीजिए.. ना ... ना समीरजी को पता नहीं चलेगा. :)
संजय जी बहुत-बहुत शुक्रिया,आप सब का साथ बना रहा तो ये भी संभव होगा...
हॉफ सेन्चुरी पूरी करने पर बहुत बहुत बधाई.शतक भी पूरा होगा बस यूं अपनी कलम से स्नेह बनाये रखिये। पढ़ने वालों का स्नेह तो आपके साथ है ही। एक बार दोबारा बधाई।
अनूप जी शुभकामनाओं के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद,स्नेह बनाये रखियेगा।
समीर जी ये पता तो चल गया कि आपको सब्जी और फल की जगह केक ज्यादा पंसद है, आपकी फरमाईश को ध्यान में रखते हुए मैंने केक दे तो दिया है पर जरा कम खाईयेगा क्योंकि ज्यादा मीठा खाना सेहत के लिये अच्छा नहीं होता है ना
और एक कारण है कम खाने का कि मेरे अन्य पाठकों के लिये भी तो छोड़ना है ना, क्योंकि मेरे लिये मेरे सभी पाठक बराबर और अजीज हैं, सही कहा ना ? चलिये अब तो आपको पार्टी का भरपूर आनन्द आया होगा ना ? सही कहा था आपने, बिना केक के तो पार्टी, पार्टी ही नहीं लगती है :) :)
आपकी ढेर सारी शुभकामनाओं के लिये दिल से आभारी हूँ।
संजीव जी बहुत-बहुत शुक्रिया।
ममता जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
उन्मुक्त जी बहुत-बहुत धन्यवाद।
राकेश जी ठीक है, आप जाईये फिर आपको बहुत अच्छी पार्टी दी जायेगी आपका युगांडा में स्वागत है।
पंकज जी आपको तो समीर जी से भी भी ज्यादा केक दिया जायेगा एक पूरा केक तो आपको हमारे ब्लॉग पर आने के नाम का ही और बाकी आपकी इतनी अच्छी-अच्छी शुभकामनायें देने के लिये, समीर जी से चोरी करके नहीं उनके सामने ही दे देंगे वो कोई बुरा थोड़ा न मानेंगे और हाँ आपने जो प्रशंसा की वास्तव उससे तो हमारा मन कुलाचें भरने लग गया है आप रोज़ ऐसे ही हमारी तारीफ किया करें हम आपको रोज़ ऐसे ही केक खिलाया करेंगे
रवीन्द्र जी बहुत-बहुत धन्यवाद आप सबके स्नेह से शायद शतक भी पूरा कर सकूँ बहुत-बहुत शुक्रिया ढेर सारी बधाई देने के लिये।
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