1 अगस्त 2011

खुशबू हूँ मैं (हाइगा)


7 टिप्‍पणियां:

देस परदेस /ਦੇਸ - ਪ੍ਰਦੇਸ ने कहा…

अंतर्मन को उद्देलित करते हाइकु !
हरदीप !

राकेश खंडेलवाल ने कहा…

जितना सुन्दर भाव
उतनी सुन्दर तस्वीर.

Udan Tashtari ने कहा…

सुन्दर हाइकु!!

kshama ने कहा…

Bahut,bahut khoobsoorat!

Rachana ने कहा…

khushbu hoon me na ...........
bahut sunder anurodh.
sunder haiku
rachana

!!अक्षय-मन!! ने कहा…

dil main bas jane wale shabd aur chiran

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार ने कहा…

आदरणीया भावना जी
सादर अभिवादन !

बहुत अच्छा लिखती हैं आप -
ख़ुशबू हूं मैं
न करो जुदा मुझे
इन फूलों से


दोनों हाइकू … बल्कि आपकी तमाम रचनाएं जो आपके ब्लॉग पर पढ़ीं हैं … बहुत प्रभावशाली हैं ।


मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ
-राजेन्द्र स्वर्णकार