अभिनव इमरोज में मेरी १३
छोटी-छोटी बाल-रचनाएँ प्रकाशित हुई हैं जिनको छोटे बच्चे बड़ी आसानी से याद कर
सकते हैं अभिनव-इमरोज का धन्यवाद करते हुए आप सब लोगों के साथ शेयर करना चाहूँगी। आप
भी सोचते होंगे कि कहाँ गायब रही इतने दिनों से तो बस यही कहूँगी कि-
घेरा है अँधेरों ने कुछ इस तरह से हमको
भूले हैं प्यार अपना भूले हैं हर डगर को।
Bhawna
4 टिप्पणियां:
बहुत बढ़िया..बधाई
NAMASKAAR
SUNDER RACHNAAON K LIYE SADHUWAAD
SAADAR
baht bahut badhai bhawna ji
Rachana Srivastava
जी बधाईयाँ । सुन्दर कविताएँ
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