7 सितंबर 2006

माँ

आज मेरी माँ का जन्मदिन है।मैंने एक रचना उनके लिए लिखी है जो आप सबके साथ बाँट रही हूँ। रोजी रोटी के लिए अपने वतन से दूर हूँ जन्मदिन पर जा भी नहीं सकती चैट कर सकती हूँ, फोन कर सकती हूँ और वैब कैम पर देख सकती हूँ, पर इतने सब से मन कहाँ मानता है क्योंकि माँ से बढकर इस दुनिया में है ही क्या माँ तो सबको ही प्यारी होती है...





माँ मुझे भी प्यारी है, माँ तुम्हें भी प्यारी है

माँ इस दुनिया में, सबसे ही न्यारी है।


बचपन में ऊँगली पकडकर,चलना सिखाया था हमको

आज उन हाथों को, थामने की बारी हमारी है।


माँ मुझे भी प्यारी है, माँ तुम्हें भी प्यारी है

माँ इस दुनिया में, सबसे ही न्यारी है।


जो अनेक प्रयत्नों के बाद, खिला पाती थी रोटी के टुकडे

अब थके हुए उन हाथों को, ताकत देने की बारी हमारी है।


माँ मुझे भी प्यारी है, माँ तुम्हें भी प्यारी है

माँ इस दुनिया में, सबसे ही न्यारी है।


कदम से कदम मिलाकर, चलना सिखाया था जिसने

उन लडखडाते कदमों को, सहारा देने की बारी हमारी है।


माँ मुझे भी प्यारी है, माँ तुम्हें भी प्यारी है

माँ इस दुनिया में, सबसे ही न्यारी है।


रातभर जागकर भी, हमें मीठी नींद सुलाया था जिसने

उन खुली आँखों की, थकन मिटाने की बारी हमारी है।


माँ मुझे भी प्यारी है, माँ तुम्हें भी प्यारी है

माँ इस दुनिया में, सबसे ही न्यारी है।
डॉ० भावना

13 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

मेरी माँ मुझे छोड़ जाती रही पिछले साल. मै उसकी अंतिम क्रिया के बाद पहुँचने वाले अभागों की श्रेणी मे हूँ. आपकी रचना सराहनीय है. अधिक से अधिक समय और प्यर का सुइस्तेमाल करें, यही सलाह है.वरना एक तडपन को तो हमेशा साथ बदा है.

बेनामी ने कहा…

मां तुझे सलाम

रत्ना ने कहा…

Please conway my good wishes to your mother.

रवि रतलामी ने कहा…

..माँ इस दुनिया में, सबसे ही न्यारी है।...

माँ के प्रति अपने प्यार और अपनी भावना को आपने अच्छे शब्दों में बयान किया है.

बेनामी ने कहा…

Thanks Ratna ji,
I've delivered your message to her. She was really happy and has given me her blessings for u.

Dr.Bhawna

बेनामी ने कहा…

Sameer ji
Dukh hua aapki mataji ke bare men jankar aapka mashvara sar ankho par bilkul sahi kaha aapne.main aapki peeda samjh sakti hun.ma ki jgha is duniya men koi nahi le sakta mere ma ke prati bhavo ko samjhne ka bahut bahut shukriya.

Dr.Bhawna

बेनामी ने कहा…

मां तुझे सलाम

बेनामी ने कहा…

Unmukat ji or Raviratlami ji
Bahut Bahut shukriya honsla afjai ke liye.

Dr.Bhawna

बेनामी ने कहा…

सच कहा है भावना जी,
मां होती ही है, प्यारी,
हम कहेंगे इतना ही,
जि सकी नहीं कोई उपमा
वही है, वही है, वही है...मां.

भवदीया
-रेणू आहूजा.

बेनामी ने कहा…

Renuji
Bahut bahut shukriya ki mere bhav aap sab tak pahuch paaye.sach kaha ha aapne.
Dr.Bhawna

बेनामी ने कहा…

कोष के शब्द सारे विफ़ल हो गये भावनाओं को अभिव्यक्तियाँ दे सकें
सांस तुम से मिली, शब्द हर कंठ का, बस तुम्हारी कॄपा से मिला है हमें
ज़िन्दगी की प्रणेता, दिशादायिनी, कल्पना, साधना, अर्चना सब तुम्हीं
कर सकेंगे तुम्हारी स्तुति हम कभी, इतनी क्षमता न अब तक मिली है हमें

राकेश खंडेलवाल

बेनामी ने कहा…

मैडम भावना जी, आपकी रचना पढी , ये वास्तव में िदल से िनकली हुइ है
मा के िलये िलखी किवता मन को झकझोर देती है
दूर देश में मा के िलये िलखी किवता आपका मा के पर्ित प्यार को व्यक्त करता है

आपका परशंषक
नरेन्दर

बेनामी ने कहा…

Narendra ji
Bahu bahut shukriya.Aapne bilkul sahi farmaya.
Regardas
Dr.Bhawna