हर इंसान के पास एक ऐसा वक्त
आता है जब वो प्यार भरी मीठी -मीठी बातें सुनकर अपनी एक अनोखी दुनिया बना लेता है
जो इस दुनिया से एकदम अलग होती है पर जब उसकी आँखों से उस
खूबसूरत दुनिया का परदा हटता है तो वो कहीं का नहीं रहता...
कोमल भावनाओं को ठेस पहुँचती है तो बहुत पीड़ा होती है.दिल और दिमाग का सही सही उपयोग करते हुए मीठी मीठी बातें सुनने में कोई हानि नही बशर्ते यथार्थ को न बिसराया जाये.
भावनाओं से विनिर्मित, कल्पनाओं से सुसज्जित कर चुकी मेरे हृदय का,स्वप्न चकनाचूर दुनिया..... आपकी रचना पढ़कर बच्चन जी की ये पंक्तियां याद आ गयी... मर्मस्पर्शी लेखन
10 टिप्पणियां:
दिल के तारों को झंकृत कर गई एक -एक पंक्ति ! हार्दिक बधाई
हकीकत को कहती पंक्तियाँ
बहुत सुन्दर एवं मर्मस्पर्शी रचना !
सुन्दर कविता |भावना जी बधाई |
भावपूर्ण!!
Bahut sundar rachana!
कोमल भावनाओं को ठेस पहुँचती है तो
बहुत पीड़ा होती है.दिल और दिमाग का
सही सही उपयोग करते हुए मीठी मीठी
बातें सुनने में कोई हानि नही बशर्ते यथार्थ
को न बिसराया जाये.
आपकी भावमयी 'शीर्षकहीन' प्रस्तुति
अच्छी लगी.
समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईएगा,भावना जी.
प्रस्तुति बहुत ही अच्छी लगी। मेरे पोस्ट पर आपका आमंत्रण है। धन्यवाद ।
भावनाओं से विनिर्मित, कल्पनाओं से सुसज्जित
कर चुकी मेरे हृदय का,स्वप्न चकनाचूर दुनिया.....
आपकी रचना पढ़कर बच्चन जी की ये पंक्तियां याद आ गयी...
मर्मस्पर्शी लेखन
yatharth kathan
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