27 जुलाई 2012

हर इंसान के पास एक ऐसा वक्त आता है जब वो प्यार भरी मीठी -मीठी बातें सुनकर अपनी एक अनोखी दुनिया बना लेता है जो इस दुनिया से एकदम अलग होती है पर जब उसकी आँखों से उस खूबसूरत दुनिया का परदा हटता है तो वो कहीं का नहीं रहता...











Bhawna

10 टिप्‍पणियां:

सहज साहित्य ने कहा…

दिल के तारों को झंकृत कर गई एक -एक पंक्ति ! हार्दिक बधाई

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

हकीकत को कहती पंक्तियाँ

Dr (Miss) Sharad Singh ने कहा…

बहुत सुन्दर एवं मर्मस्पर्शी रचना !

जयकृष्ण राय तुषार ने कहा…

सुन्दर कविता |भावना जी बधाई |

Udan Tashtari ने कहा…

भावपूर्ण!!

kshama ने कहा…

Bahut sundar rachana!

Rakesh Kumar ने कहा…

कोमल भावनाओं को ठेस पहुँचती है तो
बहुत पीड़ा होती है.दिल और दिमाग का
सही सही उपयोग करते हुए मीठी मीठी
बातें सुनने में कोई हानि नही बशर्ते यथार्थ
को न बिसराया जाये.

आपकी भावमयी 'शीर्षकहीन' प्रस्तुति
अच्छी लगी.

समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईएगा,भावना जी.

प्रेम सरोवर ने कहा…

प्रस्तुति बहुत ही अच्छी लगी। मेरे पोस्ट पर आपका आमंत्रण है। धन्यवाद ।

Anjani Kumar ने कहा…

भावनाओं से विनिर्मित, कल्पनाओं से सुसज्जित
कर चुकी मेरे हृदय का,स्वप्न चकनाचूर दुनिया.....
आपकी रचना पढ़कर बच्चन जी की ये पंक्तियां याद आ गयी...
मर्मस्पर्शी लेखन

Dr. Madhuri Lata Pandey (इला) ने कहा…

yatharth kathan