दिल के दरमियाँ - डॉ० भावना कुँअर
8 अक्तूबर 2021
नारी /दोहा
नारी आगे बढ़ रही, जैसे चढ़ती धूप
प्यार मिले तो प्रेयसी, वरना दुर्गा रूप।
© डॉ० भावना कुँअर
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डॉ०भावना कुँअर
संपादिका-ऑस्ट्रेलियांचल ई-पत्रिका
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