दिल के दरमियाँ - डॉ० भावना कुँअर
11 नवंबर 2010
रात का सन्नाटा...
रात का सन्नाटा
और भी बढ़ा देता है
मन की वीरानी को...
और ढकेल देता है
यादों की गहरी खाईयों में...
कभी न निकलने के लिए...
और गहराता जाता है
हर पल, हर क्षण
कभी न खत्म होने वाली
बीमारी सा
और एक दिन
ले जाता अपने संग
कभी ना लौटाने के लिए...
भावना
4 नवंबर 2010
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
आप सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक
शुभकामनाएँ ...
"दीपावली पर एक दीए की दर्द भरी कराह को महसूस करना चाहते हैं या उसका कुछ दुख बाँटना चाहते हैं तो इस लिंक को एक बार जरूर देखियेगा।"
http://gavaksh.blogspot.com/2010/11/2010.html
Bhawna
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