दिल के दरमियाँ - डॉ० भावना कुँअर
13 जून 2011
मेरा घर
डॉ भावना
आई जून की भरी दुपहरी
छाया देता भाये घर।
नीम -निबौंली से अक्सर
बने बिछौना मेरा घर।
चीं -चीं चिड़िया की बोली से
चहका रहता मेरा घर।
हम यहाँ मिल जुलकर रहते
खिल-खिल करता मेरा घर
।
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